
रायपुर ब्रेकिंग राजधानी में एक ऐसी चोरी हुई है, जिसे सुनकर आपका दिमाग चकरा जाएगा! अब तक आपने चोरों को पैसे, गहने, या गाड़ियां चुराते सुना होगा, लेकिन रायपुर में तो गजब ही हो गया. यहां चोरों ने ‘रेत रॉयल्टी घोटाले’ की पूरी की पूरी जांच फाइल ही उड़ा दी!
सोचिए, करोड़ों के घोटाले की जांच चल रही थी, और चोर महोदय इतने शातिर निकले कि सीधे जिला पंचायत कार्यालय रायपुर में घुसकर सबूत ही गायब कर दिए. ये कोई मामूली चोरी नहीं, बल्कि सीधे तौर पर जांच को भटकाने की कोशिश लगती है! यह घटना चोर चोर मौसेरे भाई की कहावत को चरितार्थ करती है।
इस मामले में आरंग जनपद के तत्कालीन सीईओ सीपी मनहर और पंकज देव आरोपी बनाए गए थे. अब जब फाइल ही नहीं, तो जांच कैसे होगी? क्या इन साहबानों को बचाने के लिए ये फिल्मी स्क्रिप्ट तैयार की गई है?
ये ‘रेत रॉयल्टी घोटाला’ कोई नया नहीं, बल्कि 2016 में सामने आया था. यानी, लगभग 8 साल पुरानी खिचड़ी अब जाकर पकने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही चोरों ने सारी सामग्री ही गायब कर दी. शासन के आदेश पर जिला पंचायत रायपुर के सीईओ इस करोड़ों के घोटाले की जांच कर रहे थे, और अब उनके हाथ से ही ‘रेत’ फिसल गई है.
फिलहाल, सिविल लाइन पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. अब देखना ये है कि पुलिस इस फाइल चोर को ढूंढ पाती है या ये घोटाला भी ‘रेत में दबी हुई हकीकत’ बनकर रह जाएगा! क्या ये सिर्फ एक चोरी है या फिर बड़ी साजिश का हिस्सा? सवाल कई हैं, जवाब की तलाश है… और वो भी उस फाइल में जो अब गायब हो चुकी है!