कोंडागांव में कांग्रेस का अनोखा प्रदर्शन: NH-30 के ‘तालाबनुमा’ गड्ढों में डुबकी, रोपा और जाल फेंककर जताया विरोध:देखें वीडियो
कोंडागांव, छत्तीसगढ़: कोंडागांव-बस्तर को जोड़ने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग-30 (NH-30) की बदहाल स्थिति को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विरोध प्रदर्शनों ने अब एक नया और अनोखा मोड़ ले लिया है। सड़क पर बने विशालकाय गड्ढों की मरम्मत की मांग को लेकर लगातार विभिन्न संगठन आवाज़ उठाते रहे हैं, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो ज़िला कांग्रेस कमेटी ने ज़िला कांग्रेस के नेतृत्व में विरोध का एक नायाब तरीका अख्तियार किया। प्रदर्शनकारियों ने इन ‘तालाबनुमा’ गड्ढों में न सिर्फ़ डुबकी लगाई, बल्कि रोपा लगाकर और जाल फेंककर सरकार के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया।
केशकाल की बदहाल सड़क के विरोध में कोंडागांव ज़िला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान ज़िला कांग्रेस के पदाधिकारियों ने खुद सड़कों में बने बड़े-बड़े गड्ढों में उतरकर उसमें डुबकी लगाई, जो सड़क की दयनीय स्थिति का जीवंत प्रमाण था।
विरोध प्रदर्शन में महिला कांग्रेस ने इन गड्ढों में धान का रोपा लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया, जो इस बात का प्रतीक था कि सड़कें अब खेत में तब्दील हो गई हैं। वहीं, युवा कांग्रेस के सदस्यों ने गड्ढों में जाल फेंककर यह दिखाया कि ये गड्ढे अब मछली पकड़ने वाले तालाबों जैसे हो गए हैं। एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने तो इन गड्ढों के किनारे बेशर्म के फूल लगाकर यह जताने की कोशिश की कि सरकार सड़कों की बदहाली पर ‘बेशर्म’ हो गई है।
इस अनूठे विरोध प्रदर्शन में पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मतलाम, महामंत्री रितेश पटेल, सगीर खान, सकुर खान सहित अन्य कई कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। उनका कहना था कि ये गड्ढे कोंडागांव और बस्तर की जीवनरेखा मानी जाने वाली सड़क को पूरी तरह से बाधित कर रहे हैं और आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रदर्शन के ज़रिए उन्होंने राज्य सरकार से तत्काल इन सड़कों की मरम्मत की मांग की है।
