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रक्त से रचा मानवता का बंधन! सीआरपीएफ बिलासपुर के वीरों ने स्थापना दिवस पर दिया जीवनदान का अनूठा उपहार”


87वें सीआरपीएफ स्थापना दिवस एवं 21वें समूह केंद्र बिलासपुर स्थापना दिवस पर 200 से अधिक जवानों-अधिकारियों ने रक्तदान कर रचा इतिहास; ‘एक नया सवेरा फाउंडेशन’ के साथ मिलकर आयोजित हुआ महाअभियान।

देश की सुरक्षा में सदैव अग्रिम पंक्ति में खड़े केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने आज अपनी बहादुरी का एक नया और भावुक कर देने वाला अध्याय जोड़ा। समूह केंद्र बिलासपुर में आयोजित **विशाल रक्तदान शिविर** में सीआरपीएफ के 200 से अधिक वीर सपूतों ने न केवल देश के लिए बल्कि मानवता के लिए अपना रक्तदान कर एक अनूठी मिसाल पेश की।

दोहरा उत्सव, एक मिशन:
यह शिविर दो ऐतिहासिक अवसरों – सीआरपीएफ के **87वें स्थापना दिवस** (सीआरपीएफ रेसिंग डे) और समूह केंद्र बिलासपुर के **21वें स्थापना दिवस** की गौरवशाली पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया। समूह केंद्र कमांडेंट श्री राज कुमार, पुलिस महानिरीक्षक (पी.ए.जी.एल) के प्रेरणादायक मार्गदर्शन में यह आयोजन समूह केंद्र अस्पताल बिलासपुर, ‘पायल – एक नया सवेरा फाउंडेशन बिलासपुर’और **स्वर्गीय रवि शंकर शिक्षण प्रशिक्षण एवं जन कल्याण समिति** के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।

“बंदूक भी, रक्त भी – दोनों से बचाते हैं जीवन”:
आज का दिन सीआरपीएफ जवानों की देशभक्ति और मानवीय संवेदनशीलता के अद्भुत संगम का साक्षी बना। शिविर में उपस्थित जवानों ने जोश, समर्पण और गर्व के साथ रक्तदान कर यह सन्देश दिया कि **”राष्ट्र की सेवा सिर्फ़ सीमा पर राइफल थामकर ही नहीं, बल्कि जरूरतमंद की जान बचाने के लिए अपना खून देकर भी की जा सकती है।”यह कोई सामान्य शिविर नहीं, बल्कि जीवनदान का एक जुनून और मानवता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक था।

जीवन रक्षा कोष का निर्माण:
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य “जीवन रक्षा कोष”तैयार करना था। दान किया गया यह रक्त बल के सदस्यों, उनके परिवारों तथा कैंपस के बाहर आम जनता के किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को, स्थानीय ब्लड बैंक के माध्यम से, आपात स्थिति में उपलब्ध कराया जाएगा। इससे अचानक उत्पन्न रक्त की कमी की स्थिति में त्वरित मदद सुनिश्चित होगी।

सामाजिक साझेदारी की मिसाल:
‘पायल – एक नया सवेरा फाउंडेशन’ और ‘स्वर्गीय रवि शंकर शिक्षण प्रशिक्षण एवं जन कल्याण समिति’ के सक्रिय सहयोग ने इस शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो सुरक्षा बलों और नागरिक समाज के बीच सार्थक सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण है।

उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
इस ऐतिहासिक और सामाजिक सरोकार से जुड़े आयोजन में समूह केंद्र बिलासपुर के अधिकारियों, जवानों और सहयोगी संस्थाओं का उत्साहवर्धक उपस्थिति रही। मुख्य रूप से उपस्थित रहे:
*   श्री मनोज कुमार, कमांडेंट
*   डॉ. अशलेशा कोहद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ)
*   श्रीमती पायल शबद लाठ, अध्यक्ष, एक नया सवेरा फाउंडेशन
*   श्री चंचल सलूजा, सचिव एवं श्री प्रसांत सिंह राजपूत, उपाध्यक्ष (एक नया सवेरा फाउंडेशन)
*   श्री रोनित अग्रवाल एवं उनकी टीम (एक नया सवेरा)
*   श्री नील कमल भारद्वाज, उप कमांडेंट (प्रशासन)
*   श्रीमती नीलिमा नर्सरी, उप कमांडेंट (मंत्रालय)
*   श्रीमती कल्पवती ठाकुर, सहायक कमांडेंट
*   श्री सैलेंद्र सिंह सिमोरिया, सहायक कमांडेंट
*   श्री विवेकानंद प्रसाद, सहायक कमांडेंट
*   श्री जयप्रकाश भावसार, सहायक कमांडेंट (मंत्रालय)
*   श्री सुनील कुमार पांडेय, सहायक कमांडेंट (मंत्रालय)
*   श्री पिंटू नर्सरी, सहायक कमांडेंट (मंत्रालय)
*   समूह केंद्र एवं अस्पताल के समस्त अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, जवान एवं महिला कर्मी।

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