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क्यों खतरनाक हो सकता है  मशरूम का सेवन : छत्तीसगढ़ में पुटू (जंगली मशरूम) खाने से सूरजपुर के नौ ग्रामीण गंभीर



छत्तीसगढ़ में पुटू यानी जंगली मशरूम का सेवन एक बार फिर लोगों की सेहत पर भारी पड़ा है। हाल ही में पुटू खाने से कई लोगों की तबीयत गंभीर होने की खबरें सामने आई हैं, जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। सूरजपुर जिले से खबर आ रही है जहां कोरिया और डेडरी सलका गांव के नौ ग्रामीण जंगली मशरूम खाने से बीमार पड़ गए हैं, जिनमें फूड पॉइजनिंग और अन्य लक्षण देखे गए हैं। सभी का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। यह घटना एक बार फिर इस बात को रेखांकित करती है कि जंगली मशरूम का सेवन कितना खतरनाक साबित हो सकता है।
छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में पुटू का सेवन काफी प्रचलित है, खासकर मॉनसून के मौसम में। लोग इसे आसानी से उपलब्ध और पौष्टिक मानकर खाते हैं। हालांकि, जंगली मशरूम की पहचान करना एक बेहद जटिल और जोखिम भरा काम है। कई जहरीले मशरूम खाने योग्य मशरूम जैसे दिखते हैं, जिससे पहचान में गलती होने की संभावना बहुत अधिक होती है।
क्यों खतरनाक है जंगली मशरूम?
जंगली मशरूम में कई प्रकार के विषैले तत्व (टॉक्सिन्स) पाए जा सकते हैं, जो मानव शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक होते हैं। इन टॉक्सिन्स के कारण निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं:

  • पेट संबंधी समस्याएँ: उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन और दर्द।
  • तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव: चक्कर आना, भ्रम, दौरे और लकवा।
  • गुर्दे और यकृत की क्षति: कुछ जहरीले मशरूम गुर्दे और यकृत को स्थायी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जो जानलेवा भी हो सकता है।
  • एलर्जी प्रतिक्रियाएँ: कुछ लोगों में मशरूम से गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाएँ हो सकती हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ और त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं।
  • मृत्यु: सबसे गंभीर मामलों में, जहरीले मशरूम का सेवन मृत्यु का कारण भी बन सकता है।
    क्या करें और क्या न करें?
    स्वास्थ्य विशेषज्ञों और चिकित्सकों द्वारा बार-बार यह सलाह दी जाती है कि जंगली मशरूम का सेवन बिल्कुल न करें। भले ही आपको लगता हो कि आप मशरूम को पहचान सकते हैं, इसमें ज़रा सी भी गलती आपके जीवन को खतरे में डाल सकती है।
  • केवल विश्वसनीय स्रोतों से मशरूम खरीदें: यदि आप मशरूम का सेवन करना चाहते हैं, तो केवल प्रमाणित और विश्वसनीय विक्रेताओं या दुकानों से ही खरीदें, जहां उगाए गए मशरूम उपलब्ध हों।
  • पहचान की जानकारी पर भरोसा न करें: स्थानीय ज्ञान या पुरानी पहचान विधियों पर आँख बंद करके भरोसा न करें। जहरीले और गैर-जहरीले मशरूम में अंतर करना केवल विशेषज्ञों के लिए ही संभव है।
  • लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकीय सहायता लें: यदि किसी व्यक्ति ने जंगली मशरूम का सेवन किया है और उसे उल्टी, दस्त, पेट दर्द या किसी अन्य प्रकार के असामान्य लक्षण दिखाई देते हैं, तो बिना देर किए तुरंत अस्पताल जाएं।

यह समय है कि छत्तीसगढ़ के लोग पुटू के सेवन से जुड़े खतरों को गंभीरता से समझें और अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। एक छोटे से स्वाद के लिए अपनी जान जोखिम में डालना समझदारी नहीं है।

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