
छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय, नया रायपुर सेक्टर-19 स्थित कार्यालय से एक महत्वपूर्ण आदेश जारी करते हुए प्रदेश में लंबे समय से एक ही स्थान पर तैनात छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की कंपनियों का पुन: पुनःतैनाती (Re-deployment) आदेश दिया गया है। इस आदेश का उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता, कानून-व्यवस्था की मजबूती और नक्सल उन्मूलन अभियान को और अधिक प्रभावी बनाना है।
🔁 नवीन तैनाती के निर्देश
राज्य के विभिन्न जिलों में लंबे समय से एक ही स्थान पर तैनात कंपनियों को अब प्रशासनिक दृष्टिकोण और रणनीतिक ज़रूरतों के अनुसार अन्य जिलों में भेजा जा रहा है। सभी कंपनियों को उनके नाम के समक्ष दर्शाए गए स्थानों पर कानून व्यवस्था और नक्सल उन्मूलन कार्यों हेतु तैनात किया जाएगा।





📌 महत्वपूर्ण दिशानिर्देश
इस मूवमेंट के दौरान पुलिस विभाग ने कुछ कड़े और स्पष्ट दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं:
- जिला पुलिस अधीक्षक से पूर्ण समन्वय स्थापित करते हुए कंपनी का मूवमेंट किया जाए।
- अति संवेदनशील क्षेत्रों की कंपनियों का मूवमेंट सेनानीगण/उप सेनानी के पर्यवेक्षण में ही सुनिश्चित किया जाए।
- सुरक्षा संबंधी सभी निर्देशों का कड़ाई से पालन हो, और उच्च स्तरीय सतर्कता बरती जाए।
- चार्ज हैंडओवर के समय पूर्व घटनाओं और क्षेत्रीय जानकारी की पूरी ब्रीफिंग दी जाए।
- नक्सली क्षेत्र में तैनात कंपनियां तब तक मूवमेंट न करें जब तक बदली करने वाली कंपनी उनकी जगह पर पहुंच न जाए।
- सभी मूवमेंट की निगरानी रेंज के संबंधित पुलिस महानिरीक्षक एवं सेनानीगण द्वारा की जाएगी।
✅ डीजीपी की स्वीकृति
यह पूरा आदेश छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (DGP) द्वारा अनुमोदित किया गया है। इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों की रणनीतिक तैनाती को गतिशील और परिणामदायक बनाना है।
📌 विश्लेषण
इस कदम को प्रशासनिक मजबूती और क्षेत्रीय सुरक्षा रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कंपनियों की नियमित अदला-बदली से न केवल स्थानीय नेटवर्क को चुनौती मिलेगी, बल्कि फील्ड में नई ऊर्जा और नई रणनीति के साथ सुरक्षाबलों की उपस्थिति और अधिक प्रभावी हो सकेगी।