
बिलासपुर जिले में नशे के खिलाफ एक और बड़ी जीत हासिल हुई है! आज, 23 जुलाई 2025 को, बिलासपुर पुलिस ने NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत जब्त किए गए करोड़ों रुपये के मादक पदार्थों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई नशे के सौदागरों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि बिलासपुर में उनकी दाल नहीं गलने वाली।
क्या नष्ट किया गया?
कुल 109 अलग-अलग मामलों से जब्त की गई विशाल खेप को आज नष्ट किया गया, जिसमें शामिल थे:
- 697.692 किलोग्राम गांजा
- 42,592 नग एम्पुल
- 73,822 नग कैप्सूल
- 5,678 नग इंजेक्शन

इन सभी मादक पदार्थों की अनुमानित कुल कीमत ₹85,62,029 (पचासी लाख बासठ हजार उनतीस रुपये) है। इतनी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों का नष्टीकरण बिलासपुर पुलिस की सक्रियता और नशे के उन्मूलन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कैसे हुआ नष्टीकरण?
नष्टीकरण की यह महत्वपूर्ण कार्रवाई सुधा बायो पॉवर प्राइवेट लिमिटेड, मोहतराई, जिला बिलासपुर के भट्ठी में संपन्न हुई। उच्च स्तरीय ड्रग डिस्पोजल समिति के सदस्यों और पंचों की उपस्थिति में इन मादक पदार्थों को विधिवत रूप से जलाकर और रोलर के माध्यम से दबाकर नष्ट किया गया। यह सुनिश्चित किया गया कि कोई भी पदार्थ शेष न रहे और पर्यावरण को भी नुकसान न हो।
उच्च स्तरीय समिति की देखरेख में हुई कार्रवाई
यह पूरा अभियान छत्तीसगढ़ शासन, सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय, अटल नगर नवा रायपुर द्वारा गठित जिला स्तरीय औषधि निपटान समिति की देखरेख में हुआ। इस समिति में बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह (अध्यक्ष), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेन्द्र जायसवाल (सदस्य), सहायक आबकारी आयुक्त श्री नवनीत तिवारी (सदस्य) और क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी बिलासपुर शामिल हैं। समिति ने माननीय न्यायालय से विधिवत अनुमति प्राप्त कर यह कार्रवाई की।
बिलासपुर पुलिस द्वारा की गई यह प्रभावी कार्रवाई निश्चित रूप से जिले को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पुलिस प्रशासन जनता से अपील करता है कि नशे से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए तत्काल सूचित करें ताकि ऐसे असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कसा जा सके।