रायपुर, 17 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने और उन्हें सुदृढ़ करने की दिशा में आज एक बड़ा कदम उठाया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने निवास से 151 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर विभिन्न जिलों के लिए रवाना किया। इन अत्याधुनिक वाहनों के शामिल होने से राज्य के मैदानी स्वास्थ्य अमले को बड़ी मजबूती मिलेगी, खासकर बस्तर और सरगुजा जैसे सुदूर क्षेत्रों में समय पर और प्रभावी इलाज सुनिश्चित हो पाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस पहल को ‘स्वस्थ छत्तीसगढ़’ की दिशा में एक सशक्त कदम बताया। उन्होंने कहा कि पुराने और अनुपयोगी हो चुके वाहनों को हटाकर इन नए वाहनों को शामिल किया गया है, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी को भी गति देंगे। ये वाहन जिला और विकासखंड स्तर पर कार्यरत अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को नियमित निरीक्षण, स्वास्थ्य शिविरों की निगरानी, दूरस्थ अंचलों तक त्वरित पहुंच और आपातकालीन परिस्थितियों में समयबद्ध हस्तक्षेप करने में सक्षम बनाएंगे। इससे राज्य की स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली और अधिक सक्रिय, उत्तरदायी और परिणामोन्मुखी बनेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने यह भी बताया कि प्रदेश के सभी जिलों को ये वाहन चरणबद्ध तरीके से मिलेंगे। पहले चरण में बस्तर और सरगुजा संभाग के 12 जिलों को ये वाहन भेजे जा रहे हैं।
प्रदेश को जल्द मिलेंगी 851 नई एंबुलेंस, ‘प्रधानमंत्री जन मन योजना’ के तहत विशेष व्यवस्था
स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में एक और महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि शीघ्र ही प्रदेश में 851 नवीन एंबुलेंस सेवाएं शुरू की जाएंगी। इनमें से:
- 375 एंबुलेंस 108 आपातकालीन सेवाओं के लिए होंगी।
- 30 एंबुलेंस ग्रामीण चलित चिकित्सा इकाइयों के लिए समर्पित होंगी।
- 163 ‘मुक्तांजलि’ शव वाहन निःशुल्क सेवा के अंतर्गत उपलब्ध कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की जनजातीय समुदायों के उत्थान के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ‘जन मन योजना’ के तहत विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए 30 एंबुलेंस की विशेष व्यवस्था भी शीघ्र की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पूरी क्षमता के साथ काम कर रही है। उन्होंने इस विशेष सौगात के लिए मैदानी स्वास्थ्य अमले को शुभकामनाएं दीं।
यह कदम छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य तंत्र को और अधिक गतिशील बनाने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करेगा कि वर्षा ऋतु जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी घर-घर तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने का संकल्प पूरा किया जा सके।