बिलासपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “चेतना अभियान” के तहत, जिला एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आज “समग्र छात्र जागरूकता अभियान” का शानदार आगाज हुआ। यह अभियान “स्वामी आत्मानंद मल्टीपर्पज हायर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर” से शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य जिले के समस्त स्कूली छात्रों को विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक करना है।
अभियान की मुख्य बातें और उद्देश्य
यह बहुउद्देशीय और बहुआयामी चेतना अभियान अब प्रत्येक शनिवार को जिले के चारों विकासखंडों में चिन्हित विद्यालयों में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में यातायात नियम, महिला एवं बाल अपराध, साइबर अपराध, नशा मुक्ति, मोबाइल की लत, बुजुर्गों के अधिकार एवं सम्मान, और पर्यावरण संरक्षण जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यशालाएँ आयोजित होंगी। आगामी माह के लिए भी कार्यक्रम रोस्टर तैयार किए गए हैं, जिसके अनुसार यह अभियान पूरे जिले में नियमित रूप से संचालित होगा।
शुभारंभ समारोह: एक भव्य शुरुआत 12:15 बजे “समग्र छात्र जागरूकता अभियान” का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर जिला कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह सहित कई गणमान्य नागरिक, छात्र-छात्राएँ, माता-पिता और अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में छात्रों ने उत्साहपूर्वक अतिथियों का तिलक, पुष्पवर्षा और आरती के साथ स्वागत किया। एनसीसी स्काउट छात्राओं ने अतिथियों को मुख्य मंच तक पहुँचाया, जिसके बाद बालिकाओं द्वारा माँ सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गई। अतिथियों ने माँ सरस्वती के छायाचित्र पर पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

स्काउट गाइड के छात्रों ने मुख्य अतिथियों और अन्य सम्माननीय व्यक्तियों को मंचासीन किया, जहाँ उनका माल्यार्पण और पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रामगोपाल करियारे ने अपने स्वागत उद्बोधन में कार्यक्रम के उद्देश्य, रूपरेखा और मुख्य विषयों के बारे में जानकारी दी।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और जागरूकता संदेश
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया, जिसमें यातायात, साइबर अपराध, नशामुक्ति, नारी जागरण, महिला एवं बाल अपराध, मोबाइल एडिक्शन और चेतना अभियान पर आधारित नृत्य, गायन और नुक्कड़ नाटक शामिल थे। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से उपस्थित छात्रों और गणमान्य व्यक्तियों को विशेष संदेश दिए गए।
वरिष्ठ अधिकारियों का उद्बोधन और विशेषज्ञों के व्याख्यान: –
जिला कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने अपने संबोधन में विषय आधारित जागरूकता पर छात्रों को विस्तृत जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने कहा, “जागरूक समाज ही सच्ची नागरिकता का कर्तव्य निभा सकती है,” और “समुदाय की सहभागिता से ही कानून का क्रियान्वयन संभव है।” जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल ने सावधानी बरतने और सुरक्षित व संयमपूर्ण जीवन जीने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
जिला न्यायालय से उपस्थित ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी सुश्री रिया चक्रवर्ती और सुश्री रिची जैन ने विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत महिलाओं और बच्चों से संबंधित विभिन्न अपराधों के कानूनी प्रावधानों और उपबंधों की विस्तृत जानकारी दी।
जागरूकता कार्यक्रम से संबंधित विशेषज्ञों और मास्टर ट्रेनर ने छात्रों को यातायात, महिला एवं बाल अपराध, साइबर अपराध, नशा उन्मूलन, मोबाइल की लत, पर्यावरण जागरूकता और सियान चेतना (बुजुर्गों के अधिकार) जैसे विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा और व्याख्यान दिए। छात्रों ने बड़ी सक्रियता से इन सत्रों में भाग लिया और अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए।
विभिन्न विभागों की सक्रिय सहभागिता
इस कार्यक्रम में जिला और पुलिस प्रशासन के साथ-साथ महिला बाल विकास, आरटीओ, विधिक सेवा प्राधिकरण, शिक्षा विभाग और अन्य विभिन्न विभागों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। सभी विभागों ने चेतना अभियान के सातों आयामों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करने और इस कार्यक्रम को प्रत्येक स्तर पर जन-जन तक पहुँचाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
सम्मान समारोह और शपथ ग्रहण
उद्बोधन और विषय व्याख्यानमाला के बाद, प्रत्येक कक्षा के सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले उत्कृष्ट प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। नगर के अति वरिष्ठ नागरिकों (बुजुर्गों) को पुष्प गुच्छ और श्रीफल से सम्मानित किया गया, और उपस्थित सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।

कार्यक्रम के समापन से पूर्व, मास्टर ट्रेनर उमाशंकर पांडे ने मुख्य अतिथियों की उपस्थिति में सभी उपस्थित लोगों को यातायात नियमों का सदैव संवेदनशीलता और निष्ठा के साथ पालन करने की शपथ दिलाई। अंत में, मुख्य अभ्यागतों और उपस्थित सभी जनों की विशेष सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के समापन के बाद, एनसीसी स्काउट्स ने अतिथियों को कृतज्ञतापूर्वक उनके वाहनों तक पहुँचाया गया।
कार्यक्रम के दौरान जिला परिवहन विभाग द्वारा एक तत्काल लर्निंग लाइसेंस कैंप का आयोजन किया गया, जहाँ इच्छुक छात्र-छात्राओं और उपस्थित लोगों का तुरंत लर्निंग लाइसेंस बनाया गया। निर्मित लर्निंग लाइसेंस के पंजीकरण की प्रति तत्काल जिला कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के हाथों संबंधित विद्यार्थी को वितरित की गई।
“चेतना पर्यावरण मित्र” के तहत, लोगों को पर्यावरण के प्रति सदैव जागरूक रहने, स्वच्छ हवा और जलवायु के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने और पृथ्वी को हरियाली से आच्छादित करने हेतु अपील की गई।
जागरूकता रैली के साथ समापन
कार्यक्रम के अंत में, सभी छात्र-छात्राओं और विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं व प्राचार्य के विशेष सहयोग से एक मानव श्रृंखला बनाई गई। छात्रों ने हाथों में यातायात और अन्य विषयों पर आधारित तख्तियाँ लेकर आम नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने और किसी भी प्रकार के अपराध से दूर रहने का नारा लगाते हुए एक विशाल जागरूकता रैली निकाली।
मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस “समग्र छात्र जागरूकता अभियान कार्यक्रम” में मुख्य अतिथियों के साथ मंच पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेंद्र जयसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रामगोपाल करियारे, सुश्री रिची जैन (न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी), सुश्री रिया चक्रवर्ती (न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी), श्री असीम माथुर (क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी बिलासपुर), श्री आनंद तिवारी (अध्यक्ष शाला विकास समिति), श्री सुरेश सिंह (कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल अधिकारी), तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ चंदना पाल (प्राचार्य) ने की। श्री लाल चंद मोहले (एसडीओपी मस्तूरी), श्री उमाशंकर पांडेय, सुश्री मीनाक्षी पांडेय (केंद्र प्रशासक सक्ती) एवं अन्य गणमान्य नागरिक भी विशेष रूप से मौजूद थे।
यह अभियान निश्चित रूप से बिलासपुर जिले के छात्रों में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।